irregular period

Irregular Period

Irregular Period

मासिक चक्र पीरियड्स (Periods) – जानकारी एवं तथ्य

सामान्यतः महिलाओ में प्रत्येक 28 दिन में होने वाले रक्त स्त्राव को मासिक चक्र कहते हे यह महिलाओ में सामान्यतः 12 वर्ष की आयु में शुरु होता हे और 50 वर्ष तक की आयु में बंद हो जाता हे !
सामान्यतः 2-8 दिनों की तक रहता है, और एक सामान्य मासिक चक्र में 20 से 80 ml रक्त की मात्रा स्त्रावित होती है, और एक सामान्यतः यह 27-28 दिनों का होता है, कभी कभी यह मासिक चक्र 21 से 35 दिनों के बीच भी हो सकता है!
मासिक चक्र के दिनों की संख्या बहुत कम या ज्यादा होती है, या परिवर्तित
होती रहती है, तो इसे अनियमित (irregular periods) की श्रेणी में रखा जा सकता है, इसके आलावा स्त्रावित रक्त ( Bleeding ) की अधिक मात्रा ( heavy Bleeding ) और बहुत कम मात्रा (low Bleeding ) भी मासिक चक्र की नियमितता को भी प्रभावित करती है !
मेनोरेजिया (Menorrhagia) – इस स्थिती में Periods के दोरान Heavy Bleeding हो सकती है, और यह Bleeding 8 या उससे अधिक दिनों तक हो सकती है !
Polymenorrhea – जब Periods बहुत कम समय में पुनः आ जाता हें, सामान्यतः इस स्थिती में 2 Period के बीच का समय 21 दिन से भी कम होता है !
महिलाओ में इसका सामान्य कारण Stress, STD (Sexual Transmitting Disease), Endometriosis, और Menopause हो सकता है Polymenorrhea के कारण महिलाओ में Infertility की समस्या भी हो सकती है !
Amenorrhea – जब बहुत अधिक समय तक Period नही आता है तो इसे Amenorrhea कहते है यह स्थिती मानसिक और शारीरिक दोनों प्रकार के कारणों से हो सकती है !
Dysmenorrhea – इस में महिलाओ के निचले पेट के निचले हिस्से में बहुत तेज़ दर्द होता है, जो की Periods के पहले या उसके बाद अनुभव होता है !
कुछ महिलाओ में यह दर्द असहनीय हो सकता है और यह कई दिनों तक होता है, यह उनकी Daily Routine life को बहुत प्रभावित करता है !
Menarche – यह महिलाओ में होने वाला 1st Period है, जो की 10 से 16 वर्ष की आयु में होता है यह सामान्यतः Painless and Without Warning होता है !
Indian women में Menarche की ओसत आयु लगभग 13.5 वर्ष है !
Menopause– वह समय जब महिला का Menstrual Period बंद होने लगता है ! यदि किसी सामान्य स्वस्थ महिला को 12 month तक Menstrual Period ना हो तो इसे Menopause कह सकते है!
Menopause – 40 to 50 वर्ष के बीच में हो सकता है !
Spotting– इसमें Period के पहले या बाद में खून की बूंदे (Blood Drops) निकलती है इसे Intermenstrual Bleeding भी कहते है !

IRREGULAR PERIOD

जैसा की बताया गया है दो Period के बीच का समय बहुत कम या बहुत ज्यादा या अनियमित एवं यदि ब्लीडिंग की मात्रा भी कम या ज्यादा हो तो इस Condition को अनियमित माहवारी (Irregular Period) कह सकते है !
अनियमित माहवारी (IRREGULAR PERIOD) – कारण
1. अत्यधिक तनाव ( Stress ),
2. वजन बढना ( Weightgain ) या कम होना( Weightloss ),
3. असंतुलित भोजन ( Imbalanced Diet),
4. कम शारीरिक गतिविधि (Less Physical Activity),
5. असंगत व्यायाम दिनचर्या,
6. गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने से भी यह समस्या हो सकती हे, गर्भनिरोधक गोलियों में Estrogen और Progesterone हार्मोन होते है। वे अंडाशय को अंडे छोड़ने से रोकते हैं और इस प्रकार गर्भावस्था की संभावना को कम करते हैं। गर्भनिरोधक गोलियां लेना या बंद करना मासिक धर्म को प्रभावित कर सकती है। कुछ महिलाओं को गर्भनिरोधक गोलियां बंद करने के बाद छह महीने तक उनके पीरियड्स में अनियमितता का अनुभव होता है।
गर्भनिरोधक गोलियां शुरू करने या बंद करने से पहले चिकित्सक की सलाह जरुर ले !

PCOD / PCOS

PCOD या PCOS को Poly Cystic Ovary Disorder या Poly Cystic Ovary Syndrome कहते है, ये महिलाओं की जीवन शैली से जुडी हुई बीमारी है, जिसमे लड़कियाँ और महिलायें अपने खाने-पीने पर सही से ध्यान नहीं दे पाती और बिमारियों का शिकार हो जाती हैं।
पॉलीसिस्टिक Ovary सिंड्रोम (पीसीओएस) में, Ovary बड़ी मात्रा में एण्ड्रोजन (पुरुष हार्मोन) बनाते हैं, एवं Ovary में छोटी-छोटी cyst बन सकती हैं, हार्मोनल परिवर्तन अंडे को परिपक्व होने से रोक सकते हैं, और इसलिए Ovulation लगातार नहीं हो सकता है, इस स्तिथि के कारण भी Irregular Period हो सकता हैं, तथा महिलाओ में अन्य लक्षण जेसे बांझपन ( infertility ), Obesity एवं SKIN Infection भी हो सकते हैं, PCOS को जीवन शैली में परिवर्तन करके, योग अभ्यास करके, खानपान को संतुलित करके, काफी हद तक control किया जा सकता हैं,
P.I.D.- इसको Pelvic Inflammatory disease भी कहते हैं, यह एक बेक्टेरिअल Infection हैं, जो की uterus एवं Female sex organ के आस-पास फेल सकता हैं, !
इसमें दर्द के साथ-साथ महिलाओ को बुखार, उलटी आदि की समस्या हो सकती हैं,
यह भी Periods को प्रभावित करता हैं !

Irregular periods का Treatment

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Irregular Periods का Treatment इसके कारणों के ऊपर निर्भर करता हैं, यदि Bleeding Heavy हैं, तो सर्व प्रथम इसका इलाज किया जाता हैं, तत पश्चात् Harmon’s Tablet का उपयोग कर सकते हैं! इसके अलावा नियमित जीवन शैली संतुलित भोजन, योगाभ्यास, व्यायाम एवं शारीरिक गतिविधि Irregular Periods को नियंत्रित कर सकते हैं !
मसालेदार, खट्टा, भारी भोजन ना करे हल्का खाना खाए !
चाय, काफी, ठन्डे पेय पदार्थो का सेवन ना करे !
जिन महिअलो को Irregular Periods की समस्या हैं, वे नियमित योगाभ्यास करे अपने खान-पान को नियंत्रित करे रोज 20 to 30 min. शारीरक गतिविधि में भाग ले और अपने Doctor को नियमित चेक कराये ! Period Tracker की Help से आप अपने Period की Regularity को Track कर सकती हैं, और ज्यादा अच्छे से अपना ख्याल रख सकती हैं!
 इस जानकारी को अधिक से अधिक से अधिक SHARE करे ताकि अधिक से अधिक महिलाए Irregular periods के बारे में जागरूक हो सके, साथ ही आप EVA PCOS प्रोग्राम ज्वाइन करे और Irregular Periods को नियंत्रित करे अधिक जानकारी के लिए हमारे साथ जुड़े रहे !


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D.S. Rajput

Content Writer

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